आहे सखी पिया जी के केहेन छनि हृदय,
मोनो नै पारई छथि कसैया पिया,
गेलखिन जे गाम सँ बरखो बित गेल,
दैब एहन केलनि समैया किया ?|1||
हाथक चूरी खनकनै छोड़लक,
गाम-परोसिया ऊलहन देलक,
कहलनि सब क्यो , केहेन दिन छौ ?
सौतिनक चिंता हमरो धेलक ||2||
ओ त गेल रहथिन पाई कमबै लेल,
कि ककरो सँ नैन मिलबै लेल ?
आब मोन हमर बताहि लगै य,
समय नै हुनका चिठ्ठियो पठबै लेल ||3||
कहै गै बहिना केहेन पाप हम,
जे केने रहियै ओई जनम ,
तेकरे दंड देने छथि बिधना ,
भरिसक तैं भेटल छथि एहेन बलम ||4||
Manish Jha
मोनो नै पारई छथि कसैया पिया,
गेलखिन जे गाम सँ बरखो बित गेल,
दैब एहन केलनि समैया किया ?|1||
हाथक चूरी खनकनै छोड़लक,
गाम-परोसिया ऊलहन देलक,
कहलनि सब क्यो , केहेन दिन छौ ?
सौतिनक चिंता हमरो धेलक ||2||
ओ त गेल रहथिन पाई कमबै लेल,
कि ककरो सँ नैन मिलबै लेल ?
आब मोन हमर बताहि लगै य,
समय नै हुनका चिठ्ठियो पठबै लेल ||3||
कहै गै बहिना केहेन पाप हम,
जे केने रहियै ओई जनम ,
तेकरे दंड देने छथि बिधना ,
भरिसक तैं भेटल छथि एहेन बलम ||4||
Manish Jha
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