सोमवार, 28 दिसंबर 2015
महाराष्ट्र मैथिलसमाज द्वारा आयोजित मूंबई विरार मे बारहम अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन
Labels :
Lalan Darbhangawala
II श्री सरस्वत्यै नमः II
माछक महत्व
हरि हरि ! जनम किऎक लेल ?
रोहु माछक मूड़ा जखन पैठ नहि भेल ?
मोदिनीक पलइ तरल जीभ पर ने देल !
घृत महँक भुजल कबइ कठमे ने गेल !
लाल-लाल झिंगा जखन दाँ तर ने देल !
माडुरक झोर सँ चरणामृत ने लेल !
माछक अंडा लय जौं नौवौद्य नहि देल !
माछे जखन छाड़ि देब, खाएब की बकलेल!
सागेपात चिबैबक छल त जन्म किऎ लेल !
हरि हरि.
कर भला तो हो भला अंत भले का भला
समस्त मिथिलांचल वासी स निवेदन अछि जे , कुनू भी छेत्र मै विकाश के जे मुख्य पहलू छै तकर बारे मै बिस्तार स लिखैत" और ओकर निदान सेहो , कोनो नव जानकारी या सुझाब कोनो भी तरहक गम्भीर समस्या रचना ,कविता गीत-नाद हमरा मेल करू हमअहांक सुझाब नामक न्यू पेज मै नामक और फोटो के संग प्रकाशित करब ज्ञान बाटला स बढैत छै और ककरो नया दिशा मिल जायत छै , कहाबत छै दस के लाठी एक के बोझ , तै ककरो बोझ नै बनै देवे .जहा तक पार लागे एक दोसर के मदत करी ,चाहे जाही छेत्र मै हो ........
अहांक स्वागत अछि.अहां सभ अपन विचार... सुझाव... कमेंट(मैथिली या हिन्दी मै ) सं हमरा अवगत कराउ.त देर नहि करु मन मे जे अछि ओकरा लिखि कs हमरा darbhangawala@gmail.com,lalan3011@gmail.com पर भेज दिअ-एहि मेल सं अहां अपन विचार... सुझाव... कमेंट सं हमरा अवगत कराउ. सम्पर्क मे बनल रहुं. ..........
एकता विकास के जननी छै
जय मैथिली, जय मिथिला, जय मिथिलांचल (बिहार)
एकता विकास के जननी छै
जय मैथिली, जय मिथिला, जय मिथिलांचल (बिहार)
अपना भाषा मै लिखू अपन बात
अपनेक सुझाव वा कोनो नव जानकारी निचा मै जरुर लिखू l
HTML Comment Box is loading comments...
कतेक बेर देखल गेल
Powered by graphicdesignschooldirectory.com . |
0 पाठकक टिप्पणी भेटल - अपने दिय |:
एक टिप्पणी भेजें